Sunday, 8 April 2018

शीशम प्रकृति का ऐसा अनमोल रत्न है, जो 20 असाध्य रोगों का रामबाण उपाय है ...

लालामेह और पूयमेह : लालामेह और पूयमेह में 10-15 मिलीलीटर शीशम के पत्तों का रस दिन में 3 बार रोगी को देने से लाभ होता है।

हैजा या विसूचिका : सुगंधित और चटपटी औषधियों के साथ शीशम की गोलियां बनाकर विसूचिका (हैजा) में देने से आराम मिलता है।

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