आयुर्वेदानुसार पीपल कसैला, शीतल, मधुर, भारी, रुक्ष, शरीर का वर्ण निखारने वाला, काफ, पित्त, एवम रक्तदोष नष्ट करने वाला एवम पौष्टिक गुण युक्त है. यह सभी प्रकार कि दुर्बलता, रक्त विकार एवम चर्मरोगों में, दन्त एवम मसूड़ों के दर्द निवारणार्थ, यकृत – प्लीहा की बिमारियों में भी अत्यंत लाभकारी है. पुरुष रोगों जैसे वीर्य की कमी, पतलापन, नपुंसकता, बहुमूत्रता, और स्त्री रोगों में प्रमेह, प्रदर, बांझपन, गर्भ शोधन इत्यादि के लिए अत्यंत प्रभावकारी है पीपल के ये प्रयोग
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