शरीर में यूरिक एसिड, प्यूरिन के टूटने से बनता है जो खून के माध्यम से बहता हुआ किडनी तक पहुंचता है। यूरिक एसिड, शरीर से बाहर, पेशाब के रूप में निकल जाता है। लेकिन, कभी - कभार यूरीक एसिड शरीर में ही रह जाता है और इसकी मात्रा बढ़ने लगती है। ऐसा होना शरीर के लिए घातक होता है। यूरिक एसिड के असंतुलन से ही गठिया जैसी समस्याएं हो जाती है।
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