धीरे- धीरे एक और महीना निकल गया, पता ही नहीं चला और हम इस महीने के आखरी पड़ाव में आ चुके है।
खैर april 2017 जैसे जाना था चला गया, कई ख्वाहिशें पूरी हुई, तो कुछ इच्छाएं अधूरी भी रह गयी।वैसे ये तो हर महीने की कहानी है। लेकिन अब जो आने वाला महीना है उसका स्वागत क्यों ना हम अपनी बाहें फैलाकर करे।इस नए महीने को अपना सबसे अच्छा महीना बनाने का प्रयास करे शास्त्रों में कहा गया है कि किसी काम का श्रीगणेश अच्छा है तो उसका अंत भी अच्छा ही होगा।
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