जमालगोटा को कुम्भिबीज, जयपाल, चक्रदत्त बीज, संस्कृत में जयपाल, मराठी में जमालगोटा, गुजराती में नेपालो, बंगाली में जयपाल तथा अंग्रेजी (English) में इसे Purgative Croton/Croton tiglium) के नाम हैं। यह एक झाड़ी है है जो की भारतवर्ष में सूखे जंगलों में पायी जाती है। इसके बीज मुख्य रूप से बहुत तीव्र विरेचक के रूप में प्रयोग किये जाने के लिए मशहूर हैं। बीज देखने में अरंड के बीजों जैसे होते हैं। जमालगोटा का रंग ऊपर से लाल, भूरा, काला भीतर सफेद होता है। इसका स्वाद कडुवा तथा जलन पैदा करने वाला होता है। इसकी प्रकृति गर्म है। जमालगोटा बहुत तेज दस्त लाता है। जमालगोटा में दूध, मट्ठा और दही मिलायें। इससे जमालगोटा में व्याप्त दोष नष्ट हो जाते हैं।बाल उगाने का तेल, home remedies for blood cleansing,
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