Monday, 16 October 2017

ये फूल दाद, खाज, खुजली और खूनी बवासीर को जड़ से मिटाता, गंजापन को ख़त्म,...

आज हम आपको चमेली के औषधीय गुणो के बारे में बताएँगे। चमेली की बेल होने के कारण सभी लोग इसे पहचानते हैं। इसे संस्कृत में सौमनस्यायनी, हिन्दी में चमेली, मराठी में चंबेली, गुजराती में चंबेली, अंग्रेजी में जास्मीन (Jasmine) नाम से जानी जाती है। चमेली के फूल सफेद रंग के होते हैं। लेकिन किसी-किसी स्थान पर पीले रंग के फूलों वाली चमेली की बेलें भी पायी जाती हैं। चमेली के फूल, पत्ते तथा जड़ तीनों ही औषधीय कार्यों में प्रयुक्त किये जाते हैं। इसका स्वाद तीखा और सुगन्धित होता है।

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