Saturday, 27 May 2017

चाहे चश्मा कितने भी नंबर का हो वो उतरेगा, चाहे कैसा भी दाद हो वो ठीक होग...

ये सभी उपाय रात्रि में सोने से पहले दातों को साफ करके सोएँ और फिर सुबह उठकर बीना कुल्ला किये बिना थूके प्रयोग करे। ये मुह की लार हमारे शरीर की सर्वोत्तम अमृत तुल्य औषिधि है। जो केसा भी चश्मा हो उसको उतारने का गुण रखती है केसा भी दाद हो उसको ठीक करने का गन रखती है, लार बाज़ार में नही मिलती यह सभी के मुँह में भगवान ने उपहार स्वरुप दी है

No comments:

Post a Comment