Saturday, 10 June 2017

बिच्छू घास पेरासिटामोल से भी 10 गुना तेज़, पित्त दोष, गठिया, मलेरिया, बुख...

बिच्छू घास को अंग्रेजी में नेटल कहा जाता है। इसका बॉटनिकल नाम अर्टिका डाइओका है। कुमाऊंनी में इसे सिसूण कहते हैं। वह विशुद्ध कुमाऊंनी शब्द है। बिच्छू घास उत्तराखंड और मध्य हिमालय क्षेत्र में होती है। यह घास मैदानी इलाकों में नहीं होती। बिच्छू घास में पतले कांटे होते हैं। यदि किसी को छू जाये तो इसमें बिच्छू के काटने जैसी पीड़ा होती है और बहुत लगने से सूजन आ जाती है। इसका प्रयोग सजा देने के लिए भी होता रहा है।

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