हार्ट फेल हो गया हो,कोई और बीमारी से या जहर से या सकते से मर गया हो, तो उसको तुरंत मरा हुआ मत समझो
मुर्दे को जलाने से पहले आयुर्वेद की ये परीक्षा ज़रूर करें – बच सकती हैं कई जाने zinda ya murda ki pahchan
अनेक बार ऐसा होता है के मनुष्य एकदम बेहोश हो जाता है, नाडी नहीं चलती, सांस का चलना भी बंद हो जाता है, परन्तु शरीर से आत्मा नहीं निकलती, जीव भीतर ही रहता है. नादान लोग ऐसी दशा में उसे मरा हुआ समझ कर गाड़ने या जलाने की तैय्यारी करने लगते हैं. इस से अनेक बार ना मरा हुआ व्यक्ति भी मर जाता है. ऐसी हालत में अगर कोई जानकार आ जाए जिसको ये आयुर्वेद क ज्ञान हो तो उसको उचित चिक्तिसा कर के पुनः जिंदा कर सकता है
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