Thursday, 14 July 2016

तैतीसवें हफ्ते में लापरवाही का नतीजा हो सकता है खतरनाक | Pregnancy Thirt...

 तैतीसवें हफ्ते में लापरवाही का नतीजा हो सकता है खतरनाक

 

आपकी गर्भावस्था की अंतिम तिमाही चल रही है। आपका और आपके गर्भ में पल रहे शिशु का स्वास्थ् अच्छा बना रहे इसके लिए संतुलित आहार के साथ ही व्यायाम करने की आदत को अपनी दिनचर्या में बनाए रखे।हो सकता है अब तक आपका वजन 25 से 30 पाउंड तक बढ़ गया हो। कुछ महिलाओं का तो हर हफ्ते एक पाउंड वजन बढ़ना गर्भावस्था के अंतिम हफ्ते तक जारी रहता है। लेकिन अंतिम सप्ताहों में बच्चे का हर हफ्ते आधा पाउंड वजन बढे़गा। बच्चा अगले पांच हफ्तों बाद आपके बढ़ने वाले वजन का आधा वजन प्राप् करना शुरू कर देगा। बच्चे का वजन बढ़ रहा है। आहार में ज्यादा से ज्यादा विटामिन और प्रोटीन का सेवन जारी रखें और तले हुए चिकनाई युक् आहार से परहेज करें।
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इस समय आप एक बार में ज्यादा भोजन करें, दिनभर में थोड़ा-थोड़ा कई बार खाए। फल और सब्जियों आपके लिए फायदेमंद रहेंगी। स्वस्थ भोजन करने से आपको दिल में जलन की परेशानी भी कम होगी। साथ ही ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की आदत भी अच्छी है। इस समय ब्रश करने पर आपके मसूड़ों से खून बहता है, तो चिंता करने की बात नहीं है, यह सामान् है।
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गर्भावस्था के तैतीसवें हफ्ते में बच्चे को लंबाई में 15 से 17 इंच तक होगी और वजन लगभग 5 पाउंड होना चाहिए। बच्चे में वसा का बढ़ना अभी भी जारी है और बच्चे की त्वचा के नीचे उसका संचय रहेगा। बच्चे की हड्डियां पहले के मुकाबले कठोर हो गई हैं, लेकिन कुछ जगह से खोपड़ी अभी भी नरम है। सभी चीजें सामान् हैं, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है। खोपड़ी को जन्म के लिए मुलायम और लचीला होना चाहिए।
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प्रसव का दबाव बहुत शक्तिशाली होता है, ऐसे में बच्चे के सिर पर इसका प्रभाव पड़ता है। यही वजह है कि कुछ बच्चों का सिर जन् के समय शंकु के आकार का होता है। बच्चे के फेफड़े भी लगभग परिपक्व हो चुके हैं। यदि इस समय बच्चे का जन् हो जाता है तो वह इनक्युबेटर मशीन में जीवित रह सकता है। आमतौर पर कई बच्चों का जन् इस सप्ताह में भी हो जाता है।
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अब गर्भाश् नाभी के पांच इंच ऊपर है। गर्भावस्था के इस सप्ताह में औसत वजन बढ़ोतरी 22 से 28 पाउंड है। पहली बार गर्भवती महिलाएं इस बात को लेकर चिंतित रहती हैं कि प्रसव कैसे होगा या फिर उनका पानी बहेगा तो कैसे पता चलेगा आदि। यह सभी महिलाओं के साथ नहीं होता है, केवल दस में से एक महिला को एमनिओटिक रिसाव का अनुभव होता है। यह रिसाव एमनिओटिक थैली से होता है, जिससे प्रसव के लिए अस्पताल जाने का पर्याप् समय मिल जाता है।
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गर्भवती महिलाओं को जन्म के लिए अपने श्रोणि की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए कुछ व्यायाम करने चाहिए। इनको केजेल व्यायाम कहा जाता है। आप जिन व्यायाम को कर सकती हैं, उनके बारे में अपने चिकित्सक से बात करें। व्यायाम को करने के तरीके के बारे में जानकारी पुस्तकों के साथ ही वेबसाइट्स में भी दी जाती है। बच्चा काफी हलचल करता है, क्योंकि अभी उसके लिए गर्भाश् में जगह है। एक डायरी में बच्चे की गतिविधि के बारे में दिनांक और समय के साथ लिखें।
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तैंतीसवें सप्ताह में आपको सोने, घूमने और बैठने में भी कुछ परेशानी होगी। आपके अंगो को गर्भाश् द्वारा ऊपर धकेला जा रहा है, जिससे आपको सांस लेने में दिक्कत और आराम महसूस नही हो रहा है। अगले कुछ हफ्तों में, यह आसान हो जाएगा और आपको इसकी आदत हो जाएगी। ढीले कपड़े पहनने की कोशिश करें। इससे आपको आराम महसूस होगा और अच्छी नींद आएगी। घुटनों के बीच में तकिया लगाकर सोने से भी आराम मिलेगा।
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इस सप्ताह में आपको सामान् से ज्यादा बार यूरिनेट करने जाना पड़ सकता है। पीठ के बल सोएं, ऐसा करने से बच्चे को रक् परिसंचरण और रक् प्रवाह की कमी होने की आशंका बनी रहती है। साथ ही सांस लेने में भी कठिनाई हो सकती है। यदि आप बांयी तरफ करवट लेकर सो सकती हैं तो यह आपके लिए अच्छा रहेगा। हल्का व्यायाम अंतिम दिन तक जारी रखें। शिशु के जन् से पहले विटामिन साथ ही पूरक खुराक लेना भी जरूरी है। अब आप बच्चे कि हिचकी महसूस करने में सक्षम हो जाएंगी।



अपने शरीर के बारे में अब आप किसी दूसरे से बेहतर जानती हैं। यदि आपको सभी कुछ ठीक नहीं लग रहा तो अपने चिकित्सक से परामर्श करें। यदि आप कामकाजी महिला हैं तो यह ध्यान रखें कि आपको मातृत्व अवकाश पर कब जाना है, यह भी तय करने का समय अब गया है। यदि आपको मन में शिशु के जन् से संबंधित कोई सवाल है तो पूछने में संकोच ना करे।

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